शास्त्र पाठ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सनातन धर्म पर वक्तव्य

योगी आदित्यनाथ के इस वक्तव्य ने समाज में धर्म और संस्कृति की रक्षा के प्रति एक नई जागरूकता पैदा की है। उनका संदेश न केवल सनातन धर्म के अनुयायियों के लिए प्रेरणादायक है, बल्कि यह हर नागरिक को अपनी संस्कृति और परंपराओं के प्रति गर्व और जिम्मेदारी का अनुभव कराता है। यह वक्तव्य भारत की एकता और उसकी सांस्कृतिक विरासत की स्थिरता को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है।

लेखक: श्री जय कंवर - दिसंबर १२, २०२४
शास्त्र पाठ
मेरठ में 30 परिवारों के 150 लोगों की घर वापसी

यह घटना मेरठ में धर्मांतरण के मुद्दे पर एक महत्वपूर्ण संदेश देती है। घर वापसी के इस कदम को सनातन धर्म के सामाजिक और आध्यात्मिक शक्ति के रूप में देखा जा रहा है, जो लोगों को उनकी जड़ों से जोड़ने का प्रयास करता है। स्थानीय समाज ने इसे एक सकारात्मक पहल मानते हुए उन परिवारों को फिर से अपने समुदाय में शामिल करने का आश्वासन दिया है। यह घटना उन प्रयासों का हिस्सा है जो समाज में धार्मिक संतुलन और एकता बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं।

लेखक: श्री योगेंदर राजपूत - दिसंबर १६, २०२४
शास्त्र पाठ
कांकेर में 11 परिवारों की घर वापसी

कांकेर की यह घटना घर वापसी के बढ़ते प्रयासों का एक उदाहरण है, जो न केवल सनातन धर्म को मजबूती प्रदान करता है, बल्कि धर्म और समाज के बीच सामंजस्य और संतुलन को भी बढ़ावा देता है।

लेखक: श्री योगेंदर राजपूत - दिसंबर १६, २०२४
शास्त्र पाठ
वक्फ बोर्ड की शक्तियों पर आपत्ति और सनातन धर्म बोर्ड की मांग

हाल ही में वक्फ बोर्ड की व्यापक शक्तियों पर कई धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने सवाल उठाए हैं। वक्फ बोर्ड, जो मुस्लिम समुदाय की संपत्तियों के प्रबंधन और संरक्षण के लिए स्थापित एक कानूनी निकाय है, पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि इसकी शक्तियों का दुरुपयोग हो रहा है। इन आपत्तियों के बीच सनातन धर्म रक्षण बोर्ड की मांग जोर पकड़ रही है, ताकि हिंदू धर्म और संस्कृति की संपत्तियों और अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

लेखक: श्री योगेंदर राजपूत - दिसंबर १६, २०२४
शास्त्र पाठ
आगामी महाकुंभ मेला

महाकुंभ 2025 के सफल आयोजन के लिए उत्तर प्रदेश सरकार और संबंधित विभाग व्यापक तैयारियों में जुटे हैं, ताकि श्रद्धालुओं को सुगम और सुरक्षित वातावरण प्रदान किया जा सके।

लेखक: श्री योगेंदर राजपूत - दिसंबर १८, २०२४
शास्त्र पाठ
लेखक: श्री योगेंदर राजपूत - दिसंबर २४, २०२४
शास्त्र पाठ
लेखक: श्री योगेंदर राजपूत - फ़रवरी १३, २०२५